क्या है सेनाध्यक्ष की जन्म-तारीख का बवाल? |
January 11 2012 |
आर्मी प्रमुख वी.के.सिंह के जन्म प्रमाण पत्र का मसला फिर से सुर्खियों में है। वे जब 1965 में एनडीए में शामिल हुए थे तो 1951 के हिसाब से कम उम्र थे, तब संभवत: इनके पिता ने इनकी 1950 की तिथि लिखवा दी थी। इन्होंने अपनी उम्र का मुद्दा खुद ही उठाया। इनके पिता जब पुणे में थे तब वे वहां के आर्मी अस्पताल में पैदा हुए थे, उनका बर्थ सर्टिफिकेट भी वहीं का लगा है। जब उन्होंने अपने जन्मतिथि का मुद्दा उठाया तो सरकार ने मान लिया कि ‘ठीक है आपके जन्म का वर्ष 1950 ही रहेगा’ और तब उन्होंने इसे मंजूर भी कर लिया था। जब वे थल सेना प्रमुख बनाए गए तो सरकार ने मान रखा था कि वे 31 मई 2012 को रिटायर हो जाएंगे। अब इसमें पेंच यह है कि अगर वे 2012 में रिटायर होते हैं तो अगले सेना प्रमुख बिक्रम सिंह बनेंगे, जो एक जट सिख हैं। अगर इनकी जन्मतिथि 1951 मान ली जाती है तब ये 2013 में रिटायर होंगे और इनकी जगह नार्दन आर्मीकमांडर महाराष्ट्र के लेफ्टिनेंट जनरल के.टी.परनाईक आर्मीचीफ बनेंगे। |
Feedback |