‘कॉमनवेल्थ’ में वेल्थ की लूट

August 10 2010


‘कुछ लोग यूं ही शहर में हमसे भी खफा हैं’ हर एक से अपनी भी तबियत नहीं मिलती…’ इसी कॉलम में तकरीबन दो माह पूर्व 30 मई 2010 को ‘वेल्थ की लूट है कॉमनवेल्थ’ शीर्षक से एक आइटम छपा था कि कैसे चंद सियासतदां अपनी अंगुलियों के इशारों पर नचा रहे हैं कॉमनवेल्थ गेम्स को, और कैसे ‘किराए’ के नाम पर इतनी अंधेरगर्दी मची है कि कांग्रेस-राज में भाजपा के चंद नेता भी दोनों हाथों से चांदी कूट रहे हैं, आज वह लिखी हर एक बात सच साबित हो रही है, अखबार-चैनल इस भ्रष्टाचारी तांडव के किस्सों से रंगे हैं, फिर भी मिस्टर कलमाड़ी कहते हैं कि उन्होंने ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के ज्वॉइंट डायरेक्टर टी.एस. दरबारी का अच्छा ट्रेक रिकार्ड देख कर ही उन्हें अपनी टीम में लिया था। क्या है दरबारी जी का राग ट्रेक रिकार्ड? ‘…जिक्र होता है जब भी घोटालों का…तो लबों पे तेरा नाम आता है’ कोई भी स्कैम उठा कर देख लीजिए, स्टॉक एक्सचेंज घोटाला हो या सिक्यूरिटी स्कैम, जनाब वहां मौजूद मिलेंगे। सनद रहे कि जब सत्यप्रकाश मालवीय पेट्रोलियम मंत्री थे तो जनाब उनके पीएस थे, तब भी सिक्यूरिटी स्कैम सामने आया था। दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक दरबारी के पिता एक आइपीएस अफसर थे, इनकी पत्नी आइएएस हैं। कथित तौर पर ये सीबीआई द्वारा जारी अवांछित व्यक्तियों की सूची में शुमार हैं, बावजूद इसके कैसे इनको कॉमनवेल्थ कमेटी की आयोजन समिति में ले लिया गया, भगवान जाने या फिर कलमाड़ी?

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!