कांग्रेस के निशाने पर दादा |
July 15 2012 |
बतौर पार्टी कांग्रेस की भाव-भंगिमाएं यहां तक कि स्वयं प्रधानमंत्री के बयान दबे-छुपे तौर पर इस बात की ओर इशारा करते हैं कि देश में बढ़ती महंगाई और गिरते विकास दर के एकमात्र दोषी जैसे प्रणब दा ही हों। तो क्या पी.चिदंबरम के कोलकाता में दिए इस बयान को कि ‘अब भारतीय अर्थव्यवस्था सही हाथों में आ गई है यानी डा. मनमोहन सिंह के हाथों में।’ तो क्या इससे यह समझा जाए कि कांग्रेस ने देश में फैली आर्थिक अराजकता का ठीकरा अपने पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के सिर फोड़ने का पूरा मन बना लिया है। |
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February 24th, 2013
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