कांग्रेसी मंत्री का कास्टिंग काउच |
August 07 2011 |
एक मशहूर टीवी न्यूज चैनल की रिपोर्टर के लिए यह अनुभव दिल दहला देने वाला था, प्रतिद्वंद्वी न्यूज चैनल को मनमोहन सरकार के इस सबसे ताकतवर मंत्री ने लंबा इंटरव्यू दिया था, सो इस महिला रिपोर्टर पर भी बॉस का दबाव था कि वह भी मंत्री जी का इंटरव्यू लेकर आए, एक सप्ताह की मशक्कत के बाद इस महिला रिपोर्टर को मंत्री जी ने अपने घर पर बुलाया, मंत्री जी की एक युवा सहायक उस रिपोर्टर को मंत्री जी के स्टडी तक ले गई, उस अधेड़ कांग्रेसी मंत्री ने छूटते ही उस महिला रिपोर्टर से कहा-‘इफ यू वर टू शेयर ए बेड विद मी, देन एट नाइट आई वुड वी ग्राइडिंग माई टीथ’ (मैं तब ही मुंह खोलूंगा जब तुम मेरे साथ हमबिस्तर होगी) अवाक रह गई रिपोर्टर उल्टे पांव बाहर की ओर भागी और उसने यह सारा वृत्तांत बगैर मंत्री का नाम लिए (ए प्रिवी पॉलिटिशियन) अपने ब्लॉग पर लिख डाला। जिस पार्टी की अध्यक्षा स्वयं एक महिला हो वैसे में कांग्रेसी राजनेता की इस करतूत को क्या नाम दिया जाए? सनद रहे कि यह रसिया मंत्री कथित तौर पर पहले भी कई मासूम पत्रकारों को बहला चुका है, सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट में यह इस किस्म का अकेला मंत्री नहीं है, सियासी अंत:पुर में कास्टिंग काउच का प्रचलन बढ़ता जा रहा है,’…शायद तुम नहीं जानते कि ढकने के फेर में कई-कई बार उघड़ते रहे हो तुम कई-कई बार दिखी है तुम्हारी बदबूदार मैली गंजी जिसे झक झक साफ कमीज से ढकते फिरते हो तुम गहराती चुप्पी के अंधेरे में सुलग रही है भीतर जो आक्रोश की आग उसकी रोशनी में पढ़ रही हूं तुम्हारे खिलाफ अकेले लड़ने के खतरों को खेल'(निर्मला पुतुल की कविता से)। |
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