कमलवाणी |
August 10 2013 |
कमलनाथ संसदीय कार्यमंत्री बनने से पहले इतने धन-धान्य पूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाल चुके हैं कि उनकी जुबान व भाषा भी खासी कमर्शियल हो गई है। भाजपा को इस बात को लेकर सबसे ज्यादा कोफ्त होती है तभी तो भाजपा के तमाम सीनियर नेता कमलनाथ से बात करने में किंचित परहो करते हैं। जैसे जब फूड बिल का भाजपा सदन में समर्थन करने को रााी हो गई तो माननीय मंत्री जी ने बाहर आकर मीडिया में बयान दिया कि ‘फूड बिल पर बीजेपी के साथ हमारी डील हो गई है।’ |
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