…और अंत में |
August 27 2009 |
दिल्ली के एक पंचतारा होटल के 360 डिग्री रेस्टोरेंट में जब यशवंत सिन्हा, दिग्विजय सिंह और रंजन भट्टाचार्य मिले तो रंजन ने दोनों नेताओं को बीमार अटल के मनोभावों से परिचित कराया कि जसवंत के पार्टी निकाला से अटल जी किस कदर दुखी हैं और अटल ने इसे पार्टी की अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी बताया है। सब जानते हैं कि अटल जी इन दिनों किस कदर बीमार हैं कि वे ठीक से बोल भी नहीं पाते और अपने मनोभावों को व्यक्त करने के लिए उन्हें तो बस अपने दत्तक दामाद जी का ही आसरा है, पर क्या विचार भी कभी दत्तक हो सकते हैं? |
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