…और अंत में |
November 02 2016 |
नजमा हेपतुल्ला भले ही मणिपुर की राज्यपाल बन गई हों पर उनका दिल दिल्ली में ही बसता है। आए दिन उन्हें दिल्ली का चक्कर लगाते देखा जा सकता है, जबकि पूर्वोत्तर में राज्यपाल की भूमिका बेहद अहम होती है वैसे भी दो दिन से ज्यादा राज्य से बाहर रहने के लिए राज्यपालों को बकायदा राष्ट्रपति की अनुमति लेनी पड़ती हैं। सूत्र बताते हैं कि नजमा आपा दिल्ली में रह कर अपने लिए उप राष्ट्रपति पद की लाबिंग में जुटी हैं। लंबे समय तक अडवानी कैंप में बने रहने के बाद आपा क्या सचमुच दिल्ली के बदले निजाम का भरोसा हासिल करने में कामयाब हो पाएंगी? |
Feedback |