उड़ान से परेशान |
November 28 2009 |
अभी कुछ रोज पहले एयरइंडिया की भोपाल जाने वाली फ्लाइट में एक अजीब हादसा हो गया। यह फ्लाइट श्रीनगर से आकर भोपाल के लिए दिल्ली से शाम साढ़े छह बजे उड़ान भरती है, और फिर भोपाल से इंदौर और इंदौर से मुंबई जाती है। श्रीनगर से इस उड़ान पर एक गंभीर मरीज को स्ट्रेचर पर लिटा कर दिल्ली लाना था, इसके लिए एयरइंडिया के इंजीनियरों ने विमान के छह सीट खोल दीं और उस जगह में ‘स्ट्रेचर’ फिट कर दिया। जब यह विमान दिल्ली पहुंचा तो एयरइंडिया के काबिल इंजीनियर स्ट्रेचर हटने के बाद मात्र 3 सीट ही जोड़ पाए, जबकि विमान की बुकिंग पूरी तरह फुल थी। सो एयरइंडिया के ग्राउण्ड स्टॉफ ने यात्रियों से अनुरोध किया कि कोई तीन यात्री रुक जाए उन्हें कल की फ्लाइट से भेज दिया जाएगा और एयरइंडिया अपने खर्चे पर उन्हें दिल्ली के किसी पंचतारा होटल में उनके रहने और भोजन का प्रबंध करेगी। खूब हंगामा हुआ कोई यात्री रूकने को तैयार नहीं था। चूंकि विमान की 22वीं पंक्तिवाली सीट नहीं लग पाई थी सो 20 नंबर सीट तक तमाम यात्रियों को विमान में चढ़ा दिया गया और बाकियों को एयरपोर्ट पर ही रोक रखा गया। अंत में तीन यात्रियों को एयरइंडिया ने रूकने के लिए मना ही लिया, उन्हें एयरलाइंस ने कुछ विशेष पैकेज दिए। जब मामला निपट गया तो शेष बचे यात्रियों को भी विमान में सवार कराया गया और जब विमान उड़ान भरने को तैयार हुआ तो मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर भी सपत्नीक विमान में सवार हुए। राज्यपाल को देखते ही विमान में पहले से बैठे यात्रियों ने नारेबाजी शुरू कर दी उन्हें लगा कि राज्यपाल की वजह से ही उनकी उड़ान दो-ढाई घंटे लेट हो गई है, विमान में मौजूद परिचारिकाओं ने यात्रियों को समझाया कि राज्यपाल तो नियत समय पर ही आ गए थे और वे वीआईपी लाऊंज में विमान के उड़ने की प्रतिक्षा कर रहे थे, तब कहीं जाकर यह पूरा मामला शांत हो पाया। |
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