इंडिगो की ऊंची उड़ान |
July 03 2011 |
एक प्राइवेट एयरलाइंस इंडिगो का अभ्युदय किसी चमत्कार से कम नहीं, यह कंपनी ना सिर्फ 700 करोड़ के मुनाफे में चल रही है अपितु हालिया दिनों में इसने 180 विमानों के खरीद का बड़ा ऑर्डर भी दिया है। जहां एक ओर किंगफिशर जैसी कंपनियों पर एयरपोर्ट अथॉरिटी का करोड़ों बकाया है, वहीं इंडिगो एयरपोर्ट अथॉरिटी को एडवांस में पैसे देकर 30 फीसदी की छूट भी पा रही है। यहां तक कि इसने इंडियन ऑयल को विमान के ईंधन के लिए एक साल का एडवांस पैसा दे रखा है नतीजन इसे ईंधन पर भी भारी छूट मिल रही है। यह कंपनी 2006 में एक ट्रेवल एजेंट राहुल भाटिया ने शुरू की थी, जो पहले इंटर ग्लोब इंटर प्राइजेज के नाम से अपनी ट्रेवल एजेंसी चलाते थे। भाटिया ऊंची राजनैतिक रसूखों वाले व्यक्ति हैं माना जाता है कि उन्हें मनमोहन मंत्रिमंडल के दो शक्तिशाली कैबिनेट मंत्रियों का आशीर्वाद प्राप्त है, शायद इसीलिए उनकी कंपनी इस कदर ‘कैश रिच’ है। कहते हैं अभी इंडिगो को अपनी दुबई की फ्लाइट संचालित करने की अनुमति मिल गई है, और यह अनुमति कथित तौर पर गृह मंत्रालय ने कई नियमों को ताक पर रख कर दी है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक जिस किसी विदेशी धरती पर प्राइवेट एयरलाइंस अपने उड़ानों को संचालित करती है, वहां कंपनी का अपना सिक्यूरिटी स्टॉफ होना चाहिए, जबकि दुबई के मामले में इंडिगो ने सुरक्षा का जिम्मा किसी प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी के हवाले कर दिया है। |
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