अडवानी-गडकरी की लाइन अलग |
June 18 2012 |
बतौर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी नहीं चाहते थे कि राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी को लेकर इतना बखेड़ा खड़ा हो जाए कि मध्यावधि चुनाव की नौबत आ जाए। समझा जाता है कि इस मुद्दे पर गडकरी की नरेंद्र मोदी से भी बात हुई और कमोबेश मोदी की भी यही लाइन थी कि गुजरात चुनाव से पहले देश में मध्यावधि चुनाव नहीं होने चाहिए। जबकि भाजपा के लौहपुरुष अडवानी और उनसे जुड़े नेतागण चाहते थे कि होना है तो अभी ही देश में मध्यावधि चुनाव हो जाएं, ताकि एक बार फिर से अडवानी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा सके, क्योंकि अब तक मोदी बतौर पीएम कैंडीडेट प्रोजेक्ट नहीं हो पाए हैं और इतनी जल्दी चुनाव हो गए तो उनका पीएम कैंडीडेट प्रोजेक्ट हो पाना निहायत ही मुश्किल होगा और ऐसे में बाजी अडवानी के हाथों में होगी। पर लगता है अडवानी कैंप के इन मंसूबों की हवा निकल गई। |
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