आप तो ऐसे ही थे |
March 03 2015 |
अगर बात पचौरी साहब के अतीत की करें तो कहीं न कहीं उनके एक उपन्यास में इनकी रंगीन मिजाजी की साफ झलक साफ दिखाई देती है। पेशे से एक औद्योगिक इंजीनियर, आर के पचौरी अब तक 27 पुस्तकें लिख चुके हैं, जिसमें उनका एक चर्चित उपन्यास ‘रिटर्न टू अल्मोड़ा’ भी शामिल है। इस उपन्यास का नायक संजय नाथ, पचौरी की ही तरह इंजीनियर होता है और उसके आंदोलनकर्मी स्वभाव से वशीभूत होकर लड़कियां उनकी ओर खींची चली आती हैं, पचौरी का नायक मेडिटेशन में होता है, पर उससे वशीभूत औरतें अपने ऊपर काबू नहीं रख पाती हैं, और अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने को तत्पर रहती हैं। पचौरी ने एक उपन्यासकार के रूप में भी इन दृश्यों के परिवेश चित्रण और वृत्तांत प्रस्तुत करने में जितना रस लिया है उससे कहीं न कहीं उनके इस रागात्मक प्रवृत्ति की झलक मिलती है। |
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