कांग्रेस के आधे विधायक पाला बदल को तैयार |
December 26 2016 |
सवाल उठता है कि आखिरकार राहुल गांधी सपा के साथ गठबंधन के लिए इतनी जल्दबाजी में क्यों हैं? दरअसल 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 27 विधायक निर्वाचित हुए थे, इनमें से 9 तो पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि शेष बचे 18 विधायकों में से 9 विधायकों पर भाजपा ने डोरे डाल रखे थे, और ये भाजपा के चंद नेताओं के नजदीकी संपर्क में बताए जाते हैं। दरअसल भाजपा की योजना मोदी की लखनऊ रैली में 9 कांग्रेसी विधायकों को पीएम की मौजूदगी में भाजपा में शामिल कराने की थी, ताकि ऐन चुनाव से पहले कांग्रेसी हौसलों को ध्वस्त करते हुए भगवा जड़ों में संजीवनी डाली जा सके। किसी प्रकार इस बात की भनक कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी को लग गई। तिवारी ने फौरन दिल्ली इसकी सूचना प्रियंका गांधी को दी और प्रियंका ने फौरन राहुल को फोन लगाकर उन्हें इसकी इत्तला दी। सूत्र बताते हैं कि प्रियंका का फोन आने के बाद राहुल ने तुरंत अखिलेश से बात की और उनसे कहा कि अखिलेश ने जो दिल्ली के एचटी समिट में सपा-कांग्रेस के चुनावी गठजोड़ की बात की थी, वे उससे सहमत हैं और वे इसे फौरन अमलीजामा पहनाना चाहते हैं, कहते हैं अखिलेश ने भी फौरन राहुल के इस प्रस्ताव पर हामी भरी और सीटों के तालमेल को लेकर प्रयास शुरू हो गए। |
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