क्या पीके बनेंगे कांग्रेस के तारणहार?

July 28 2021


पिछले दिनों नई दिल्ली में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर राहुल गांधी से मिलने पहुंचे और 2024 के आम चुनावों की बाबत उन्हें अपने कई अभिनव सुझावों से बावस्ता कराया। मसलन, पीके ने राहुल से कहा कि 24 के चुनावों में एक नहीं बल्कि दो अलग मोर्चे बनाने की जरूरत है। पीके का आग्रह था कि कांग्रेस की अगुवाई में एक सेकेंड फ्रंट यानी दूसरा मोर्चा बने जिसमें यूपीए के पुराने सहयोगियों के अलावा कुछ नए दलों के लिए भी मन और दिल के दरवाजे खोले जाएं। दूसरे मोर्चे को जो दल सहर्ष ज्वॉइन कर सकते हैं उसमें कांग्रेस के अलावा एनसीपी, डीएमके, राजद, झामुमो, एआईयूडीएफ, सीपीएम और सीपीआई जैसी पार्टियां हो सकती है। कुछ ऐसे दल हैं जो अपनी क्षेत्रीय बाध्यताओं की वजह से यूपीए का दामन नहीं थाम सकते तो वे शक्ल पाते तीसरे मोर्चे पर दांव लगा सकते हैं। ये वैसे क्षेत्रीय दल हैं जिन्हें कांग्रेस की रहनुमाई स्वीकार नहीं है, सो जो दल अपने लिए थर्ड फ्रंट का चुनाव कर सकते हैं उसमें सपा, तृणमूल, जगन की वाईएसआर कांग्रेस और टीआरएस जैसी पार्टियां हो सकती है। कहते हैं पीके ने राहुल को सलाह दी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को थोकभाव में अपने उम्मीदवार उतारने की जरूरत नहीं है, इसके बजाए वह राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और नार्थ ईस्ट जैसे जिताऊ राज्य में दम लगाए और बिहार, यूपी, झारखंड या साऊथ के राज्यों में मजबूत सहयोगी दलों के समर्थन से मैदान में उतरे। ऐसे में भले उनके हिस्से सीटें कम आएं पर जीतने का चांस कहीं ज्यादा होगा, जैसे इस बार के चुनाव में डीएमके ने कांग्रेस के लिए बस 8 सीटें छोड़ी पर इन सभी सीटों पर कांग्रेस जीत गई।

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!