गाज़ीपुर का नया गाज़ी कौन होगा? |
June 19 2023 |
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर लोकसभा के सांसद रहे अफज़ाल अंसारी को जब एक मामले में कोर्ट से 4 साल की सजा मुकर्रर हुई तो इनकी लोकसभा की सदस्यता भी जाती रही। अब गाज़ीपुर उपचुनाव के लिए कमर कस रहा है। गाज़ीपुर लोकसभा सीट से 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने वाले और यहां से 2019 का चुनाव हारने वाले जम्मू-कश्मीर के गवर्नर मनोज सिन्हा इस सीट पर अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए यहां से अपनी पुत्रवधु दीपाली या पुत्र अनुभव सिन्हा को भाजपा का टिकट दिलवाना चाहते हैं, वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सजातीय और सपा के प्रमुख नेता रहे राधेमोहन सिंह को यहां से मैदान में उतारना चाहते हैं। कभी गाज़ीपुर भूमिहार बाहुल्य सीट हुआ करती थी, पर परिसीमन में यहां की दो प्रमुख भूमिहार सीटें मोहम्मदाबाद और जहुराबाद बलिया में शामिल हो गईं और अब गाज़ीपुर में राजपूत और यादव वोट निर्णायक हो गए हैं। वैसे भी योगी का तर्क है कि गाज़ीपुर के 19 प्रतिशत यादव वोट और 10 फीसदी मुस्लिम वोट की काट बस राजपूतों के पास ही है। इस सीट पर चंद्रशेखर के पुत्र और राज्यसभा सांसद नीरज शेखर की भी नज़र है, दावा तो वीरेंद्र सिंह मस्त का भी है पर महाठग संजय षेरपुरिया के धरे जाने से मनोज सिन्हा की पकड़ गाज़ीपुर सीट पर कमजोर हो गई है, क्योंकि षेरपुरिया के बारे में दावा किया जा रहा था कि वे सिन्हा के करीबियों में शामिल रहे हैं। 2019 के चुनाव से पहले सिन्हा ने जो चुनाव आयोग को अपना हलफनामा दिया था बताया जा रहा है कि उसमें इस बात का भी जिक्र है कि चुनावी खर्चे के लिए उन्होंने तब षेरपुरिया से 25 लाख रुपयों का कर्ज भी लिया था। |
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