प्रियंका से चूक कहां हुई? |
May 26 2020 |
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि श्रमिकों की घर वापसी के मुद्दे पर ट्वीट करने के बजाए प्रियंका गांधी को सीधे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करनी चाहिए थी। प्रियंका की ओर से उनके सचिव संदीप सिंह चिट्ठी-पत्री कर रहे थे। संदीप सिंह का इतिहास भी जेएनयू से जुड़ा है, जहां वे सीपीआई की छात्र इकाई के नेता हुआ करते थे। अब जब संदीप अपने लेटरहेड का इस्तेमाल कर चिट्ठी-पत्री कर रहे हैं तो उनकी चिट्ठी का जवाब भी एसडीएम और आरटीओ की ओर से ही आ रहा था, जो कि लाजिमी भी है। एक किस्सा है जब मुलायम सिंह एक वक्त यूपी के मुख्यमंत्री बने थे तो उन्हें कांग्रेस सपोर्ट कर रही थी। उस वक्त कांग्रेस के यूपी के प्रदेश अध्यक्ष एनडी तिवारी थे। एनडी तिवारी नियम से यह बयानबाजी करते थे कि कांग्रेस मुलायम सरकार से अपना समर्थन वापिस ले लेगी। जब कुछ पत्रकारों ने मुलायम से पूछा कि वे तिवारी जी की बातों का जवाब क्यों नहीं देते तो मुलायम का कहना था कि तिवारी जी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं और रामचरण दास हमारे प्रदेश अध्यक्ष हैं, सो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के सवाल का जवाब तो हमारा ही प्रदेश अध्यक्ष देगा न? क्या संदीप सिंह के मामले में भी यही हो रहा है, प्रियंका को यह बात बखूबी समझ आ गई होगी। |
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