कुमारस्वामी से क्या गिटपिट बतिया रहे हैं अनंत कुमार |
April 30 2018 |
कर्नाटक में कमल के प्रस्फुटन को लेकर भाजपा में किंचित संशय का आलम है, जहां प्रदेश में कांग्रेस के हौंसले बम-बम हैं, वहीं भाजपा में चीनी कम है। इसे देखते हुए दक्षिण भारत के एक बड़े सियासी नटराज अनंत कुमार फौरन हरकत में आ गए, अनंत एंड कंपनी को लगता है कि इस दफे राज्य में त्रिशंकु विधानसभा हो सकती है। इस कयास के हिंडौलों पर सवार अनंत जेडीएस के कुमारस्वामी को साधने में जुट गए हैं। सूत्रों की माने तो अनंत कुमार और कुमारस्वामी में इस बात को लेकर कई दौर की बैठकें हो चुकी है। पर इन बैठकों का अब तलक कोई लब्बोलुआब नहीं निकल पाया है, चूंकि कुमारस्वामी का मानना है कि कर्नाटक में जो भी अगली सरकार बनेगी वह जेडीएस के समर्थन से बनेगी, सो, अगर उनकी पार्टी किंग मेकर की भूमिका में आती है फिर तो सीएम भी जेडीएस का ही होना चाहिए, यानी खुले तौर पर कुमारस्वामी खुद को सीएम कैंडिडेट मान कर चल रहे हैं। वैसे भी कुमारस्वामी के लिए भाजपा एक सहज च्वॉइस है क्योंकि उनके पिता एचडी देवेगौड़ा और कर्नाटक के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्दारमैया में छत्तीस का आंकड़ा है। देवेगौड़ा ने चुनावी सभाओं में अपना यह दर्द बयां करने से संकोच नहीं किया है कि सिद्दारमैया उनकी छवि धूमिल करना चाहते हैं। देवेगौड़ा का कर्नाटक के लोगों से कहना है कि वे देश के एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री बने जो कर्नाटक से आते हैं, इस नाते कर्नाटक के तमाम सरकारी दफ्तरों में उनकी तस्वीर लगी थी पर सिद्दारमैया ने मुख्यमंत्री बनते ही तमाम सरकारी दफ्तरों से उनकी तस्वीरें हटवा दीं। |
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