…और अंत में |
July 05 2014 |
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने काबीना मंत्रियों को बेहद स्पष्ट हिदायत दे रखी है कि वे अपने फैसलों में अपने जूनियर यानी राज्य मंत्रियों को शामिल करें, पर मोदी राज्य के अधिकांश जूनियर मंत्रियों का यही रोना है कि उनके पास तो फाइल भी नहीं पहुंचती, पर एक अपवाद के तौर पर नितिन गडकरी को देखा जा सकता है, वे न सिर्फ अपनी हर विभागीय मीटिंग में अपने जूनियर मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को साथ रखते हैं, बकायदा अधिकारियों से उनका परिचय भी करवाते हैं, यह और बात है कि पूरी मीटिंग में गुर्जर एक दफे भी अपना मुंह नहीं खोलते, पर गडकरी ने तो अपना दिल खोल ही रखा है। |
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