…और अंत में |
October 21 2014 |
जयललिता और नरेंद्र मोदी के संबंधों में तब ही तल्खी आ गई थी, जब जयललिता मोदी से अपनी दोस्ती को नारअंदाज करते ‘चौथा मोर्चा’ के गठन की कवायदों में जुटी रही, यह इस लोकसभा चुनावों के पहले की बात है, अब जब मोदी की बारी आई है तो न तो केंद्र सरकार और न ही सीबीआई की ओर से तमिल महारानी को कोई मदद की खुराक पहुंच पाई, क्योंकि मोदी का फलसफा बड़ा साफ है-जैसे को तैसा! |
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