ऐसे माने पासवान |
December 28 2013 |
नाराज रामविलास पासवान को मनाने में लालू को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। दरअसल रामविलास राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के उस बयान से बेतरह उखड़ गए जिसमें उन्होंने रामविलास की लोक जनशक्ति पार्टी को ज़ीरो करार दिया था। सीटों की तालमेल को लेकर राजद व लोक जनशक्ति पार्टी में पहले से घमासान चल रहा था, दरअसल 2009 के लोकसभा चुनाव में लालू ने पासवान की पार्टी को बिहार में 12 सीटें दी थी, इस दफे भी पासवान उतनी ही सीटें चाहते हैं, जबकि लालू मंडली पासवान को महज 4-6 सीटें ऑफर कर रही है, इस तर्क के साथ कि लोक जनशक्ति के पास लडऩे के लिए उम्मीदवार कहां हैं? दरअसल इस बार कांग्रेस व एनसीपी भी लालू-पासवान के गठबंधन में शामिल हैं। बात जब बिगडऩे लगी और जद(यू) के कुछ नेता पासवान के घर के चक्कर लगाने लगे तो लालू फौरन हरकत में आए और उन्होंने अब्दुलबारी सिद्घिकी को रामविलास पासवान के घर भेजा, अब्दुलबारी ने वहां से पासवान की बातचीत लालू से करवाई, लालू ने मनुहार भरे अंदाज में पासवान से कहा-‘हम पुराने मित्र हैं, मुश्किल भरे दिनों में भी मिलकर साथ चुनाव लड़ा है, अब कि बार हमारे लिए बहुत संभावनाएं हैं, मिलकर लड़ेंगे तो सबको पछाड़ देंगे।’ पासवान पिघल गए हैं, बस उन्हें लालू के सांचे में ढलना बाकी है। |
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