सीताराम के सत्य |
April 26 2015 |
सीताराम येचुरी ने जब से प्रकाश कारत के हाथों से सीपीएम की बागडोर ली है, कांग्रेस व वामदलों के अंतर्संबंधों में एक नए रिश्ते की प्रस्फुटन दिखाई देने लगी है, यह भी कयास लगने लगे हैं कि बिहार और बंगाल में कांग्रेस और वामपंथी एक फ्रेंडली फाइट की नई इबारत लिख सकते हैं। अपने पति को पार्टी की कमान मिलने की खुशी में येचुरी की पत्नी सीमा चिश्ती ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर बेहद करीबी मित्रों की एक पार्टी रखी। 10-11 लोगों की इस पार्टी में दिग्विजय सिंह, गुलाम नबी आजाद जैसे कांग्रेसी दिग्गज दिखाई पड़ गए। वैसे भी येचुरी के पार्टी महासचिव बनने के बाद सीपीएम में बंगाल बनाम केरल का झगड़ा भी खुलकर सामने आ गया है। इसका नाारा तब देखने को मिला जब पार्टी की एक ‘क्लोज डोर मीटिंग’ में केरल के कुछ पार्टी नेता बंगाल के सीपीएम नेता विमान बोस पर चढ़ बैठे और येचुरी खेमा असहाय होकर यह सब देखता रहा, उसके बाद ही यह जुमला बेतरह उछला कि- ‘बेंगाल टाइगर हैज गॉन फॉर ए स्लीप’ यानी बंगाल टाइगर सोने चला गया। |
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