ऐसे बंटे टिकट |
March 19 2018 |
भाजपा के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ कि ना तो लोकसभा के उप चुनाव और न ही राज्यसभा के टिकटों के लिए पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक बुलाई गई और न ही दिखावे के लिए ही सही इलेक्शन कमेटी की बैठक बुलाने की जरूरत समझी गई। यूपी के उप चुनावों के लिए दोनों नाम अध्यक्ष जी और सुनील बंसल ने तय कर दिए। बिहार के अररिया उप चुनाव के लिए जिस प्रदीप सिंह के नाम को चुना गया, उसके नाम पर अररिया भाजपा में ही सबसे ज्यादा विरोध था। और जिस राजद सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन से अररिया सीट खाली हुई थी, सूत्रों का कहना है कि कालांतर में यही प्रदीप सिंह उसी तस्लीमुद्दीन के लिए जोर-आजमाइश दिखाया करते थे और उनके खास वफादारों में शुमार होते थे। प्रदीप सिंह को टिकट दिलवाने में राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की सबसे अहम भूमिका थी। वहीं राज्यसभा के टिकट मोदी व शाह की जोड़ी ने अपने दम पर फाइनल कर दिए। |
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