मोदी के जहाज में मीडिया भी सवार |
August 16 2015 |
इस 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी के 90 मिनट के भाशण में दहाड़ और हुंकार में बेतहाषा कमी नजर आई, वे पुरानी बातों को ही दोहराते नजर आए और मीडिया को लेकर भी उनका रूख किंचित नरम नज़र आया। यही नहीं मीडिया को लेकर मोदी और पीएमओ का दृश्टिकोण भी इन दिनों तनिक बदला-बदला नज़र आ रहा है, क्योंकि यह केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद पहली बार है जब मीडिया हाउस से पूछा गया कि वे प्रधानमंत्री के आबूधाबी और दुबई के दो दिवसीय विदेशी दौरे में अपना कोई प्रतिनिधि पीएम के साथ भेजना चाहेंगे? मई 2014 में केंद्र में भाजपानीत एनडीए सरकार के गठन के बाद से इस परंपरा पर पूरी तरह से लगाम लगा दी गई थी कि प्रधानमंत्री के विदेशी दौरे में उनके साथ पत्रकारों का कोई दल जाए। नहीं तो अब तक की परंपराओं में प्रधानमंत्री के साथ जाने वाले पत्रकारों के दल का सिर्फ होटल में रूकने का खर्च उनका मीडिया हाउस वहन करता था, विदेश मंत्रालय के इस ताजा अनुरोध से देश के मीडिया घराने सचमुच हैरान है कि मोदी सरकार अब आबूधाबी और दुबई जाने के लिए पत्रकारों के नखरे उठाने को तैयार हैं। |
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