संघ से बेदम मंत्रिगण |
August 30 2015 |
दोस्ती का दस्तूर है यह नया-नया, सो भाजपा के कई केंद्रीय मंत्री संघ के रवैए की षिकायत मोदी और अमित शाह से कर चुके हैं, अब इन मंत्रियों की मुश्किल यह है कि संघ के कुछ चिन्हित स्वयंसेवक नियम से हर रोज सुबह दस बजे मंत्रालय में धमक जाते हैं, शाम तक मंत्री जी के कारिन्दे उनकी आव-भगत में जुटे रहते हैं, उनके काम होते हैं, नाश्ता -पानी होता है और मंत्रालय आने-जाने वाले और मंत्रियों से मिलने वाले हर आदमी पर उनकी पैनी नज़र होती है। एक तरह से मंत्रियों के कामकाज और उनसे मिलने वालों का एक पूरा ’डाॅसियर’ वह तैयार कर लेते हैं। इसके अलावा संघ के आला नेताओं से जुड़े दो अहम मोबाइल नंबर से मंत्रियों के पास अक्सर शिफारिशी एसएमएस आ जाते हैं कि अमुक व्यक्ति के ये अुमक कार्य होने चाहिए। और फाइल निपटा कर बकायदा मंत्रियों को इन नंबरों पर इत्तला भेजनी होती है कि ’हुजूर, आपका काम हमने कर दिया है, कोई और आदेश?’ सचमुच संघ के अच्छे दिन आ गए हैं। |
Feedback |