शाह के मास्टर प्लान को अंजाम तक पहुंचाते हैं ये विलक्षण दिमाग |
January 28 2018 |
भाजपा के घोषित चाणक्य अमित शाह एक बार फिर से इलेक्शन मोड़ में आ गए लगते हैं। अमित शाह की पसंदीदा एजेंसी ‘एसोसिएशन ऑफ ब्रिलियंट माइंड्स’ एक साथ कई राज्यों में सक्रिय दिखाई पड़ रही है। दक्षिण के कई राज्यों में एजेंसी ने अभी से काम करना शुरू कर दिया हैं, जिसमें तमिलनाडु और केरल जैसे राज्य शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में भी अभी से चुनाव का काम शुरू हो चुका है, संकेत मिल रहे हैं कि फरवरी माह से बकायदा भाजपा अध्यक्ष शाह हरियाणा के चुनाव अभियान का आगाज करेंगे। इस एजेंसी के कर्ता-धर्ता सुनील कानुगोलू पहले मेकेन्जी के लिए काम करते थे, फिर प्रशांत किशोर ने भाजपा का काम संभाला तो सुनील उनके साथ जुड़ गए। जब प्रशांत को बाहर का रास्ता दिखाया गया तो गुजरात के एक उद्योपति दीपक भाई पटेल ने सुनील कानुगोलू को मोदी व शाह से मिलवाया। उसके बाद शाह ने एक तरफ से इस एजेंसी से अपनी इन हॉउस एजेंसी की तरह काम लेना शुरू कर दिया। यूपी के हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को बंपर जीत दिलाने में इस एजेंसी की एक महती भूमिका थी। सबसे खास बात तो यह है कि यूपी चुनाव के लगभग साल भर होने के बाद भी एजेंसी की एक बड़ी टीम अब भी यूपी में डटी हुई है जो भाजपा विधायक व सांसदों के पल-पल का लेखा जोखा शाह के समक्ष पेश करती है। सूत्र बताते हैं कि इस एजेंसी ने यूपी के 17 संसदीय क्षेत्रों की शिनाख्त की है, जहां के लोगों में अपने स्थानीय भाजपा सांसद को लेकर काफी नाराजगी है, सो बहुत मुमकिन है कि अपने सांसदों के एंटी इंकंबसी को देखते हुए शाह इन सांसदों का टिकट काट मैदान में चंद नए चेहरे उतारे। सूत्रों की मानें तो यह एजेंसी जनता की नब्ज भांपने का भी यत्न करती है और समय समय पर पार्टी अध्यक्ष को जरूरी सुझाव भी देती है, जैसे यूपी के किसानों के कर्ज माफी का सुझाव इसी एजेंसी का बताया जाता है। हरियाणा में एजेंसी ने यहां कि 90 विधानसभा सीटों के लिए 1100 मोटरसाइकिल खरीदने का सुझाव पार्टी अध्यक्ष को दिया है, पार्टी के विधायक व सांसदों से कहा गया है कि वे अपने अपने क्षेत्रो में समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं का चुनाव करें जिन्हें ये मोटर साइकिल सौपी जा सके व ये इन पर सवार होकर गांव-गांव तक मोदी व खट्टर सरकार की उपलब्धियों का परचम फहराएं। एजेंसी का बड़ा कार्यालय गुड़गांव और लखनऊ में है, शाह की ओर से एजेंसी के लोगों को साफ हिदायत है कि वे लो प्रोफाइल रह कर काम करें और मीडिया के लोगों से दूरी बना कर रखें। |
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