कामयाबी का सातवां घोड़ा |
May 09 2015 |
एक कविता की पंक्ति है-‘वैसे तो मैं पूरा कामयाब हूं। लेकिन कामयाब होने की ऐंठ के साथ। जरा कामयाब होना चाहता हूं।’ गुजरात के इस कामयाब उद्योगपति के लिए महा जग जीतना बाकी है। कभी ये शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, कमलनाथ, जयंती जटराजन के दरबार में हाजिरी बजाते थे, आज घड़ी का चक्र बदल गया है। अब बड़े नेता इनकी परिक्रमा कर रहे हैं। सफलता के सातवें घोड़े पर सवार अब ये हर धंधे में हाथ आजमाना चाहते हैं, ताजा-ताजा इनकी डिफेंस सेक्टर में भी एंट्री हो गई है। अभी हालिया दिनों में इन्होंने डिफेंस बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए इटली की एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी से हाथ मिला लिया है, यह वही कंपनी है जिसका नाम अगस्ता वेस्टलेंड स्कैंडल में सामने आया था, पर इस उद्योगपति का साथ मिलने के बाद ‘फिनमेकानिका’ (Finnemecanica)का नाम काली सूची में से आनन-फानन में हटा लिया गया है। |
Feedback |