टाटा ने भागवत से क्या कहा? |
January 10 2017 |
केंद्रनीत मोदी सरकार में भी रतन टाटा को चाहने वालों की कोई कमी नहीं है। न सिर्फ प्रधानमंत्री से टाटा का सीधा संवाद बना हुआ है, बल्कि वित्त समेत कई अहम मंत्रालयों में उनकी तूती बोलती है और उनके इस रूतबे को मुकेश अंबानी की दोस्ती से भी नई धार मिली है। कहते हैं कि केंद्र के एक हेवीवेट मंत्री की सलाह के बाद ही रतन टाटा को संघ सरचालक मोहन भागवत से मिलने की सुध आई। सूत्र बताते हैं कि टाटा जिस शायना एनसी के साथ भागवत से मिलने नागपुर गए थे, उन्हीं शायना के इन दिनों भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी अच्छे संबंध हैं। शायना के जो चचेरे भाई टाटा के लीगल सेल से जुड़े हैं, उनकी केंद्र के एक बेहद प्रभावशाली मंत्री से बेहद करीबी रिश्ते हैं, और शायना को टाटा से मिलवाने में भी इस मंत्री की सबसे महती भूमिका थी। सूत्र बताते हैं कि संघ प्रमुख से रतन टाटा ने बेहद खुल कर बातचीत की और बातों-बातों में वे भागवत को यह बताना नहीं भूले कि जार्ज फर्नांडीस और सुब्रह्मण्यम स्वामी जैसे नेताओं से उनके कितने पुराने रिष्ते हैं। टाटा याद करते हैं कि कैसे आपातकाल के जमाने में उन्होंने फर्नांडीस और स्वामी को अपने एक फ्लैट में शरण दी थी। कहते हैं टाटा को चाहने वालों की न्यायपालिका में भी कमी नहीं है और इस बात से सायरस मिस्त्री भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं। |
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