यूपी में वरूण पर दांव? |
December 21 2015 |
आने वाले विधानसभा चुनावों में कमल कितने पानी में है, भाजपा इसकी थाह पाने में जुट गई है। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि भगवा पार्टी ने अपनी संभावनाओं को टटोलने के लिए यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, असम व बंगाल जैसे राज्यों में दो अलग-अलग एजेंसियों से जनमत सर्वेक्षण करवाया है, और इन सर्वेक्षणों के नतीजे भाजपा नेतृत्व के लिए सुकून देने वाले नहीं हैं। इन सभी राज्यों में भाजपा की हालत पस्त नजर आ रही है। थोड़ी-बहुत उम्मीद की किरण असम से है, पर वहां भी बदरूद्दीन अजमल जैसे क्षेत्रीय क्षत्रप भाजपा की उम्मीदों में पलीता लगा सकते हैं। अमित शाह और संघ की सबसे बड़ी चिंता यूपी को लेकर है, इन्हें लगता है कि यूपी हारे, तो आगे की सियासत में सारी उम्मीद हार जाएंगे। यूपी के भगवा कार्यकत्र्ताओं की यह बेहद पुरानी मांग है कि पार्टी वहां अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चेहरा प्रोजेक्ट करे, इस बाबत अपने नेताओं को लोकप्रियता के पैमाने पर कसने के लिए भी भाजपा ने यहां एक जनमत सर्वेक्षण करवाया है। सूत्रों की मानें तो इस सर्वेक्षण के नतीजे बेहद चैंकाने वाले हैं, अप्रत्याशित रूप से वरूण गांधी 58 फीसदी लोगों की पसंद बनकर उभरे हैं तो पार्टी के कद्दावर नेता राजनाथ सिंह 21 फीसदी लोगों की ही पसंद बन पाए हैं, पार्टी के अन्य नेता तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए हैं। इसके तुरंत बाद अमित शाह ने वरूण गांधी को मिलने का न्यौता भेजा और यूपी को लेकर इन दोनों नेताओं की निर्णायक बातचीत हुई। |
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