मोदी मंत्रिमंडल में एक बड़े फेरबदल के कयास |
July 11 2023 |
’एक खबर सा है तू, रोक नहीं पाता खुद को बिखरने से आने वाले कुछ दिनों में मोदी मंत्रिमंडल में एक बड़ा फेरबदल मुमकिन है, कयासों के मंजर सज चुके हैं, आने व जाने वालों की धड़कनें तेज हैं। सूत्रों की मानें तो संसद के मानसून सत्र यानी 17 जुलाई से पहले यह फेरबदल कभी भी हो सकता है। इसके लिए जो तारीख मुकर्रर हो सकती है, वह है 4 या 5 जुलाई या फिर 8-15 जुलाई के बीच कभी भी। जो नाम मंत्री बनने की रेस में शामिल हैं, वे हैं कैप्टन अमरिंदर सिंह, सीपी जोशी, चिराग पासवान, हरसिमरत कौर बादल, केशव प्रसाद मौर्य, प्रताप राव जाधव, राहुल शेवाले या श्रीरंग बर्ने में से कोई एक। कई बड़े मंत्रियों को आसन्न 2024 के चुनावों के मद्देनज़र पार्टी संगठन में भेजा जा सकता है, जैसे धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद जोशी, गजेंद्र सिंह शेखावत व महेंद्र नाथ पांडेय, ये लोग भाजपा संगठन की शोभा बढ़ा सकते हैं। कुछ मंत्रियों के भार कम किए जा सकते हैं, जैसे अश्विनी वैष्णव आईटी, ज्योतिरादित्य सिंधिया से स्टील और अनुराग ठाकुर से सूचना-प्रसारण मंत्रालय वापिस लिया जा सकता है। बदले परिदृश्य में एकनाथ शिंदे की शिवसेना, मुकेश सहनी की वीआईपी और एनडीए का पुराना घटक दल अकाली फिर से सरकार में वापसी कर सकते हैं। वापसी के कयास तो चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा के लिए भी है। राजस्थान के आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए दौसा की सांसद जरकौर मीणा, व बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा के नाम भी मंत्री पद की रेस में शामिल बताए जाते हैं। वहीं राजस्थान का ब्राह्मण चेहरा घनश्याम तिवाड़ी, सीकर के सांसद सुमेधानंद सरस्वती व राजकुमारी दीया कुमारी के नाम के भी चर्चे हैं। तेलांगना के प्रदेश अध्यक्ष बांदी संजय कुमार को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। मल्याली सुपर स्टार सुरेश गोपी जो केरल से आते हैं, इनको भी केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। तेलांगना प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष के तौर पर एटाला राजेंद्र और डीके अरूणा के नामों की चर्चा है। इन कयासों को इसीलिए भी पंख मिल रहे हैं कि प्रगति मैदान दिल्ली के नए बने कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी अपने कैबिनेट की अहम बैठक 3 जुलाई को कर रहे हैं। इससे पहले अपनी विदेश यात्रा से लौटने के तुरंत बाद इस बुधवार को पीएम ने अपने सरकारी आवास पर अमित शाह, जेपी नड्डा व संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ 5 घंटों की एक मैराथन बैठक की थी, यह बैठक सरकार व पार्टी संगठन में व्यापक बदलाव पर फोकस थी। |
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