शौरी से सॉरी |
June 15 2014 |
दिल्ली का निााम बदलने से बहुतों के लिए भले अच्छे दिन आ गए हों, पर अरुण शौरी के लिए न तो हालात बदले और न ही सियासत। सूत्र बताते हैं कि मोदी कैबिनेट में अपने लिए जगह न पाने से निराश शौरी वापिस पुणे की ल्वासा सिटी में रहने को चले गए हैं। चुनाव के बाद तो एक वक्त ऐसा लग रहा था कि शौरी ही देश के अगले वित्त मंत्री होंगे, कई अंग्रेजी न्यूज चैनल को दिए उनके इंटरव्यू भी इस बात की गवाही देते हैं। पर कालांतर में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के बारे में उनके निजी विचार ही उनकी राह के सबसे बड़े रोड़े साबित हुए, समझा जाता है कि अडवानी और सुषमा के बारे में शौरी का मानना था कि ‘इनकी कोई शख्सियत नहीं’, कहते हैं कि राजनाथ के बारे में उनका एक कथन खूब पॉपुलर हुआ था कि ‘ही इज फिट फॉर ए रेडियो अनांऊसर’ अरुण जेतली के बारे में भी उनके विचार कोई अच्छे नहीं थे। चुनांचे जब शौरी का नाम मंत्री बनने की लिस्ट में आया तो अडवानी, सुषमा, राजनाथ व जेतली ने समवेत स्वरों में विरोध की अलख जगाई और शौरी होम करते हाथ जला बैठे। |
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