जब अमित शाह से मिलने को तरस गए नीतीश |
January 24 2018 |
अपने गठबंधन साथियों की चिंता भाजपा से ज्यादा और कौन कर सकता है। अब बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की करें तो खुफिया रिपोर्ट को आधार बना कर केंद्र की भाजपा सरकार ने उन्हें आनन-फानन में जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया करा दी, पर भाजपा शीर्ष के पास उन्हें देने के लिए यकीनन वक्त की कमी है। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि जब से लालू यादव जेल की सलाखों के पीछे गए हैं तब से नीतीश भगवा सिरमौर अमित शाह से मिलने का समय मांग रहे हैं ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीतियों को अंतिम रूप दिया जा सके और इस बात पर सहमति कायम की जा सके कि बिहार में भाजपा व जदयू के हिस्से कौन –कौन सी सीटें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आयेंगी। पर सियासत में वक्त का तकाजा देखिये कि भाजपा चाणक्य इतने व्यस्त रहे कि उनके ऑफिस से नीतीश को संदेशा मिला कि वे रामलाल जी से मिलकर उनसे बात कर लें। कहते हैं कि नीतीश के दफ्तर ने रामलाल को फोन लगाया तो रामलाल की ओर से बताया गया कि आने वाले दिनों में वे एक रोज के लिए पटना जरुर आ रहे हैं पर उनका प्रोग्राम बहुत व्यस्त है। फिर नीतीश ने रामलाल से कहा कि वे क्यों नहीं भोजन पर सीएम हाउस आ जाते है, वहीं सारी बातें हो जाएंगी। रामलाल तैयार नहीं हुए, उल्टे उन्होंने नीतीश से कहा कि अगर वे चाहे तो एयरपोर्ट पर मुलाकात हो सकती है। नीतीश ने कहा, नहीं इतनी भी जल्दी नहीं है, मैं दिल्ली आकर मिल लेता हूं। |
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