बीजेपी डोर टू डोर, कांग्रेस मांगे मोर |
December 04 2017 |
कांग्रेस और राहुल को जब से एक अमेरिकन कंपनी का साथ मिला है, सोशल मीडिया को लेकर उसके आत्मविश्वास में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। इन दिनों सोशल मीडिया पर राहुल को भी मजा आने लगा है और वे ट्विटर-ट्विटर के एक नए व दिलचस्प खेल में उलझ गए हैं। वहीं कहीं सोशल मीडिया के इस्तेमाल में कांग्रेस पर सदा हावी रहने वाली भाजपा को यकबयक यह आत्मज्ञान प्राप्त हुआ कि सोशल मीडिया की अपनी सीमाएं हैं और इसके इस्तेमाल के खतरे भी हैं। चुनांचे इस दफे जब हिमाचल व गुजरात में चुनाव की बेला आई तो भाजपा नेतृत्व ने बेहद सुविचारित तरीके से अपने चुनाव अभियान में डोर टू डोर कैंपेन को तरजीह दी और यह रणनीति बनाई गई कि भाजपा नेता व कार्यकर्ता हर मतदाता के द्वार तक जाएंगे और उनसे सीधा संपर्क साधेंगे। हिमाचल चुनाव में भाजपा को अपनी इस पहल के सकारात्मक पहलू दिखे, गुजरात में भी यही प्रयोग दोहराया जा रहा है और यूपी में हुए ताजा निकाय चुनावों में भाजपा की बंपर जीत उसके डोर टू डोर कैंपेन पर मुहर लगाती दिख रही है। |
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