किसके इशारे पर स्नूपगेट? |
January 05 2014 |
देश का सियासी तापमान गर्म है, प्रधानमंत्री अपने हालिया प्रेस-कांफ्रेंस में इस डर से देशवासियों को वाकिफ करा चुके हैं कि मोदी आए तो देश बर्बादी के कगार पर पहुंच जाएगा, मुमकिन है कि यह कांग्रेसी डर की अनुगूंज हो कि मोदी की उद्दात सियासी महत्वाकांक्षाओं पर नकेल कसना कितना जरूरी है। सो कांग्रेसी पिटारे में से स्नूपगेट का जिन्न बाहर आया है, और इस पर जांच आयोग बिठाने की जरूरी औपचारिकताएं पूरी हो गई है, ऐसे में यह सवाल बेहद लाजिमी है कि आखिर यह टैपिंग की किसने है? ‘कोबरा’ व ‘गुलेल’ ने जो बातचीत की सीडी दिखाई है उसमें जी.एल.सिंघल और अमित शाह की बातचीत दर्ज है, जानकार सूत्रों का मानना है कि कम से कम यह टैपिंग सिंघल तो नहीं कर सकते क्योंकि वे लंबे समय से जेल में बंद हैं और अगर ये टैप उनके पास होते तो वे कहीं पहले इसे उजागर कर सकते थे। वहीं कहीं उसमें जो सिंघल के बयान हैं, वे उनके बचाव में नहीं हैं। तीसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि अगर सिंघल फोन टैपिंग का काम करते तो उस लडक़ी के साथ ‘साहब’ की बातचीत बाहर आ जाती। जानकार सूत्रों का दावा है कि इस फोन टैपिंग को अंजाम केंद्र सरकार ने ही दिया है, सिर्फ सिंघल के मार्फत उसे जमा करवाया गया है। |
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