मिश्र जी कहिन |
November 06 2016 |
मोदी सरकार के सर्वशक्तिमान नृपेंद्र मिश्र को दिवाली की बधाई देने के लिए अधिकारियों में होड़ मची थी, मिश्र जी ने पहले ही अधिकारियों से साफ कर दिया था कि वे दोपहर दो बजे तक ही उनसे मिल पाएंगे, घर के बाहर मुख्य द्वार पर भी एक तख्ती विनम्रतापूर्वक सबका इंतजार कर रही थी, जिस पर साफ तौर पर यह लिखा था-’केवल शुभकामनाएं ही स्वीकार की जाएगी।’ इसके आषय साफ थे कि अधिकारीगण कोई गिफ्ट आदि लेकर न आएं। फिर लोगों के आने का सिलसिला जब शुरू हुआ तो वाकई कतार बन गई। मिश्र जी दो मिनट से ज्यादा किसी भी अधिकारी से नहीं मिल रहे थे। यूपी कॉडर के एक नए-नए अधिकारी जब तशरीफ आए तो बस उन्होंने सोफा पकड़ ही लिया उठने का नाम ही नहीं ले रहे थे। मिठाई-चाय हो गई, शुभकामनाओं का आदान-प्रदान भी हो गया, फिर भी जब इस अधिकारी ने उठने का नाम नहीं लिया तो मिश्र जी के सब्र का बांध टूट गया, वे बेसाख्ता बोल पड़े-’ महाराज, आराम करना हो तो तकिया भी यहां लगवा दूं।’ तब जाकर उनके जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ |
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