पीके की घर वापसी |
August 21 2017 |
चुनावी रणनीति बुनने में माहिर प्रशांत किशोर क्या अपनी घर वापसी की ओर अग्रसर हैं? नहीं तो क्या वजह है कि पिछले कुछ दिनों में मोदी व शाह से उनकी दो से ज्यादा मुलाकातें हो चुकी हैं। सूत्र बताते हैं कि आज से कोई तीन महीने पूर्व एन के सिंह के फार्म हाउस पर नीतीश की मुलाकात अमित शाह से करवाने में उनकी एक निर्णायक भूमिका थी। समझा जाता है कि कभी शाह से लड़कर ही वे भाजपा से बाहर गए थे, चुनांचे उनका शाह के साथ पैचअप करवाने में नीतीश की भी एक महती भूमिका मानी जा सकती है, कहते हैं नीतीश ने पीके की घर वापसी के लिए शाह को मनाया और कहा कि ’यह लड़का काफी काम का है। कभी पीके को कांग्रेस के नजदीक लाने और यूपी-पंजाब विधानसभा चुनाव में काम दिलवाने में प्रियंका गांधी की एक महती भूमिका थी। पर पीके की हालिया गतिविधियों से प्रियंका नाराज बताई जाती है, क्योंकि किसी ने प्रियंका को यह सूचना दी है कि पीके ने भाजपा दिग्गजों के समक्ष कांग्रेस के कई राज खोले हैं और बातों-बातों में उन्हें यह भी बताया कि इन दिनों कांग्रेस की आर्थिक हालत बहुत खस्ता है और उनका 6 करोड़ का भुगतान अब भी वहां अटका है। सूत्र बताते हैं कि प्रियंका तो पीके के इस व्यवहार से इस कदर आहत है कि उन्होंने पीके के कॉल भी ब्लॉक कर दिए हैं। पर पीके को इससे क्या फर्क पड़ता है, उनके पुराने घर का दरवाजा जो अब उनके लिए खुल गया है। |
Feedback |