पवार का पछतावा |
December 05 2016 |
मराठा क्षत्रप शरद पवार इस बात से किंचित परेशान है कि अगर उनकी पार्टी की ओर से थोड़ी और मेहनत की गई होती या वे राज्य के कुछ इलाकों में घूम जाते, या फिर कांग्रेस की ओर से सोनिया या राहुल राज्य में कदम रख देते, तो इस दफे के महाराष्ट्र निकाय चुनाव के नतीजों में बड़ी फेरबदल हो सकता था। पवार उस घड़ी को भी कोस रहे हैं कि जब सीटों के तालमेल को लेकर एनसीपी और कांग्रेस की बातचीत टूट गई। पवार इसका दोष कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण को देना चाहते हैं, और वे यह बताने से नहीं हिचकते कि सिर्फ चव्हाण की हठधर्मिता की वजह से ही कांग्रेस-एनसीपी में चुनावी समझौता नहीं हो पाया, चूंकि कई ऐसी सीटों की मांग कर रहे थे जो एनसीपी की बढ़त वाली सीटें थीं। चुनांचे दोनों दलों में तालमेल नहीं हो पाया। |
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