पास हुए पासवान जी |
January 25 2016 |
जब से इन चर्चाओं को पंख लगे हैं कि बिहार में करारी हार के बाद बिहार कोटे के कई मंत्रियों के ऊपर गाज गिर सकती है, तब से केंद्रीय खाद्य आपूर्त्ति मंत्री राम विलास पासवान पूरी तरह से मोदीमय हो गए हैं। मोदी सरकार के 19 महीने पूरे होने के उपलक्ष्य में पासवान साहब ने अपने दफ्तर के बजाए अपने घर पर एक प्रेस-वार्ता रखी। प्रेस-वार्ता कोई डेढ़ घंटे चली, जहां पासवान जी अपने पसंदीदा जुमलों-’मान लेते हैं’ ’जो है कि’ ’क्या कहते हैं’ से लैस थे। अपने मंत्रालय की हर एक उपलब्धियों का क्रेडिट उन्होंने सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री को दिया। बैक ड्रॉप पर भी सिर्फ और सिर्फ मोदी की ही फोटो लगी थी। बेहद योजनाबद्ध तरीके से पूरे प्रेस-कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने अपने भाई रामचंद्र पासवान और सांसद पुत्र चिराग पासवान को घर के अंदर रहने के ही निर्देश दिए थे। जैसे ही प्रेस-कांफ्रेंस खत्म हुई और भोजन परोसा जाने लगा अपने चिरपरिचित अंदाज में चिराग और रामचंद्र पासवान घर से निकल कर बाहर आए। चिराग गर्मजोशी के साथ पत्रकारों से मिलने लगे तो एक पत्रकार ने हैदराबाद के दलित छात्र राहुल की खुदकुशी के मसले पर चिराग को घेरा और जानना चाहा कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी का क्या स्टैंड है? चिराग का फौरी जवाब हाजिर था-’हमने रामचंद्र पासवान जी की अध्यक्षता में एक फैक्ट फाइडिंग कमेटी बना दी थी, कल रात ही इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मुझे सौंप दी है, मैं इसका अध्ययन कर रहा हूं, और जरूरी हुआ तो इस बारे में प्रधानमंत्री जी से बात करेंगे।’ जवाब सुनकर पासवान जी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया, वे अपनी राजनैतिक विरासत को अपनी आंखों के समक्ष आगे बढ़ता देख रहे थे। |
Feedback |