नए साल में भाजपा का नया अध्यक्ष |
November 17 2015 |
भाजपा की बुजुर्ग-ब्रिगेड मोदी से कहीं ज्यादा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कारपोरेट कार्यशैली से नाराज़ है, सो उनकी सर्वप्रमुख मांग भी यही है कि अमित शाह को जाना होगा, वहीं फिलवक्त शाह को नरेंद्र मोदी ने अपनी नाक का सवाल बना रखा है, मोदी खेमे का तर्क है कि शाह ने अभी तक तो अपना कार्यकाल शुरू भी नहीं किया है वे तो पूर्व पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बचे हुए टर्म को ही अब तलक पूरा कर रहे हैं। पर बिहार की ताजा हार ने शाह के सियासी भविष्य पर ग्रहण लगा दिया है। अब तो संघ भी कहीं न कहीं इस राय को अहमियत देता हुआ दिख रहा है कि शाह के जाने से ही पार्टी में चल रही इस असंतोष की लहर पर ब्रेक लगेगी, नहीं तो पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की दुहाई देकर असंतोश के स्वर आने वाले दिनों में और भी बलवती हो सकते हैं। सनद रहे कि शाह का मौजूदा अध्यक्षीय टर्म दिसंबर में पूरा हो रहा है, सो दुनिया की इस सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी को उसका नया अध्यक्ष जनवरी 2016 में मिल सकता है। |
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