बाग-बाग हैं मुख्तार |
May 18 2016 |
भाजपा और कांग्रेस के बीच छिड़े घनघोर सियासी रण के बावजूद संसद के मौजूदा बजट सत्र को एक उपयोगी सत्र माना जा रहा है, जहां न सिर्फ संसद का काम-काज अबाध रूप से चला, अपितु लोकसभा में 20 और राज्यसभा में 24 महत्त्वपूर्ण विधेयक भी पास हो गए। इतना ही नहीं संसद ने 1175 गैर जरूरी कानूनों को भी खत्म कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के फ्लोर मैनेजमेंट को लेकर सदैव सवाल उठते रहे हैं, पर लगता है संसद के मौजूदा सत्र में वेंकैया ने भी अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए विपक्षी बेंचों के लिए अपनी भाव-भंगिमाओं में आमूल चूल बदलाव लेकर आए। मुख्तार अब्बास नकवी ने भी राज्यसभा में अपने सीनियर मंत्री का भरपूर साथ दिया। सूत्र बताते हैं कि स्वयं प्रधानमंत्री ने नकवी को बुलाकर इसके लिए उनकी पीठ थपथपाई है, ऐसे में देखना अहम हो जाता है कि कैबिनेट के इस चिरपरीक्षित बदलाव में क्या पीएम नकवी की पीठ पर और भी महती जिम्मेदारियों का बोझ डालेंगे? |
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