मंत्री बनने के लिए कदमताल शुरू |
May 11 2014 |
एक एक्जि़ट पोल के लीक हो जाने के बाद शुक्रवार को जहां भारत के सेंसेक्स ने एक नई ऊंचाईयों छूई हैं, वहीं अब केंद्र में मंत्री बनने को आतुर नेताओं ने मोदी और उनके खास विश्वस्त अमित शाह के इर्द-गिर्द गणेश परिक्रमा शुरू कर दी है, इस गणेश परिक्रमा में मध्य प्रदेश के भगवा नेता सबसे आगे हैं जो अब तक शिवराज को मोदी से बीस मान रहे थे। अब इन नेताओं ने भी अपनी निष्ठïा बदल ली है। यशवंत सिन्हा और भाजपा में नए-नए शामिल हुए एन.के.सिंह की निगाहें योजना आयोग के उपाध्यक्ष पद पर टिकी हैं। अरुण जेतली व अरुण शौरी दोनों के ही दांवे वित्त मंत्रालय को लेकर है, अगर शौरी इसमें कामयाब नहीं हो पाते हैं तो वे एनएसी यानी राष्टï्रीय सलाहकार परिषद का अध्यक्ष बनने की कोशिश करेंगे। सुषमा स्वराज की निगाहें रक्षा और विदेश जैसे अहम मंत्रालयों पर हैं, के.वी.कामथ को भी वाणिज्य जैसा कोई महत्त्वपूर्ण मंत्रालय मिल सकता है। श्रीधरन देश के अगले रेल मंत्री हो सकते हैं, स्मृति ईरानी और मुख्तार अब्बास नकवी सूचना प्रसारण मंत्रालय के प्रमुख दावेदारों में से हैं, राजनाथ सिंह की निगाहें गृह मंत्रालय पर टिकी हैं, रवि शंकर प्रसाद अपने लिए कानून चाहते हैं, तो मेनका गांधी को स्वास्थ्य मंत्रालय का महकमा मिल सकता है, भुवन चंद्र खंडूरी को भूतल परिवहन, सतपाल सिंह अगर अजीत सिंह को हराने में कामयाब रहते हैं तो उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया जा सकता है, उमा भारती को भी कोई अहम मंत्रालय मिल सकता है, भाजपा के राष्टï्रीय कोषाध्यक्ष पीयूष गोयल की निगाह वित्त राज्य मंत्री पर है, नितिन गडकरी को इंडस्ट्री या कॉमर्स जैसे मंत्रालय मिल सकते हैं, अडवानी राष्टï्रपति बनने की लाइन में हैं, तो स्वप्नदास गुप्ता यूके में भारतीय उच्चायुक्त बनने की कतार में हैं। मोदी रूठे जसवंत को फिर से भाजपा में शामिल करा सकते हैं, जिससे वसुंधरा राजे पर ‘चेक एंड बैलेंस’ रखा जा सके। |
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