मूर्ति में माया |
July 11 2023 |
पिछले दिनों बसपा प्रमुख मायावती ने अपने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय से डॉ. आंबेडकर और मान्यवर कांशीराम की मूर्तियां हटवा दीं और इन्हें शिफ्ट कर अपने सरकारी आवास में लगवा दिया है, इसके साथ ही मायावती ने अपनी मूर्ति बनाने का भी ऑर्डर दे दिया है, माना जाता है कि माया मेमसाहब की मूर्ति डॉक्टर और मान्यवर की मूर्तियों के ठीक बीच में लगाई जाएगी। पार्टी मुख्यालय से इन दोनों मूर्तियों को हटाने के पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि बहिनजी इन दिनों कभी पार्टी कार्यालय जाती ही नहीं थीं, बसपा का सारा काम-धाम वह अपने सरकारी निवास से ही कर लेती हैं। पर पार्टी सिरमौर के मूर्ति हटाने के निर्णय का विरोध पार्टी में ही शुरू हो गया है, कभी बहिनजी के खास विश्वासपात्रों में शुमार होने वाले कुंवर फतेह बहादुर ने इस विरोध की अलख जगा दी है। वहीं बहिनजी इन दिनों बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से अक्सर कहते सुनी जा सकती हैं कि ’बाबा साहेब और कांशीराम जी कहते थे कि दलितों का उत्थान तभी हो सकता है जब वह सत्ता के साथ रहे।’ बहिनजी का यह ताजा उद्घोष कहीं इस बात का संकेत तो नहीं कि वह 2024 के चुनाव में भाजपा के साथ जाने की इच्छुक हैं? |
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