केजरीवाल की मुश्किल |
December 28 2013 |
धैर्य से बांचो इन्हें, दूर से आए हैं, भीड़ में रास्ता बनाते, टीम केजरीवाल के लिए दिल्ली का ताज कांटों का ताज साबित हो सकता है। केजरीवाल के इरादे नेक हैं और मंशाएं शफ्फाक फिर से उनके लिए सिस्टम की सफाई आसान नहीं होगी। सवाल उठता है कि उनका यह दावा कैसे परवान चढ़ेगा कि पिछली सरकार के भ्रष्टïाचार की जांच होगी, केजरीवाल के पास न तो सीबीआई है न दिल्ली पुलिस। वे पूरी तरह एंटी करप्शन ब्यूरो पर निर्भर रहेंगे जिसका मुखिया दिल्ली का एडिशनल पुलिस कमिश्नर होता है और जाहिरा तौर पर दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीनस्थ है। यानी उन्हें ले-देकर लोकायुक्त का सहारा रहेगा, लोकायुक्त जो निष्कर्ष लेकर सामने आएगा मुख्यमंत्री केजरीवाल उसमें इंक्यारी और जोड़ सकते हैं। |
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