केजरी के बजरंगबली |
May 11 2014 |
क्रांतिकारी विचारधारा के अरविन्द केजरीवाल ज़ाहिरा तौर पर खुद को कई बार नास्तिकों की श्रेणी में शुमार करवा चुके हैं, पर क्या यह महज़ इत्तफाक है कि चुनाव के ऐन वक्त उन्हें दुश्मन की नली तोडऩे के लिए बजरंगबली याद आ जाते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी केजरीवाल ने अपना कार्यालय दिल्ली के कनॉट प्लेस के प्रसिद्घ हनुमान मंदिर के एकदम पीछे बनाया। कहा जाता है कि वे अक्सर हनुमान मंदिर में शीश नवाने के बाद ही अपने दिन की शुरूआत करते थे, वाराणसी में भी उन्होंने अपना निवास वहां के प्रसिद्घ संकट मोचन मंदिर के पीछे रखा है। कहते हैं केजरीवाल के पूज्य पिताश्री कहीं न कहीं संघ की मूल विचारधारा के प्रशंसक रहे हैं, सो केजरीवाल की पूरी राजनैतिक शैली भी कहीं न कहीं संघ से अभिप्रेरित जान पड़ती है। संघ के तजऱ् पर ही वाराणसी में केजरीवाल का सारा ध्यान जनसंपर्क अभियान पर रहा, उनके 5 हजार से ज्यादा कार्यकत्र्ता घर-घर जाकर वोट मांग रहे थे। बनारस के मुस्लिम मतदाताओं में करीब 75 फीसदी आबादी अंसारी वोटरों की है, उन्हें अभिप्रेरित करने का जिम्मा केजरीवाल ने शाजि़या इल्मी को सौंपा था, जो अपने कट्टïरपंथी बयानों के लिए पहले भी चर्चा में रह चुकी हैं। |
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