जेतली को भरोसा |
March 24 2014 |
पहली बार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे अरुण जेतली कांग्रेसी हैवीवेट कैप्टन अमरिंदर सिंह के मैदान में उतरने से परेशान नहीं जान पड़ते। मज़े से अमृतसर में रोज छोले-कुलचे का आनंद उठा रहे हैं, यह पूछने पर कि उन्हें अमृतसर कैसा लग रहा है? जेतली ठेठ पंजाबी में जवाब देते हैं-‘यह मेरा होम टाउन है। मेरी बहन यहीं रहती है। मेरी पत्नी डॉली के चाचा भी यहीं रहते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि अमृतसर में 65 फीसदी सिख वोट हैं, उसका क्या? क्या उनका झुकाव कैप्टन की ओर नहीं रहेगा? जेतली मुस्कुरा कर चुप्पी लगा जाते हैं, वे जानते हैं कि यह मामला बादल परिवार और उनके विश्वस्त मजीठिया को संभालना है। |
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