सब धान बाइस पसेरी |
December 15 2015 |
साफ-सुथरी सरकार देने का दावा और दंभ की हवा निकलती नज़र आ रही है, ताजा मामला हरियाणा का है, जहां भाजपा की सरकार है और जहां अपेक्षाकृत एक ईमानदार मुख्यमंत्री मनोहर लाल वहां गद्दी पर काबिज हैं। झारखंड सरकार के लिए 45 लाख टन चावल का भंडारण होना था, इस कड़ी में हरियाणा के किसानों से 1250 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद चालू हुई। पर बिचैलियों ने यहां भी गोरखधंधा शुरू कर दिया, बिचारे किसानों को 1200 रूपए का समर्थन मूल्य भी बमुश्किल मिल पाया, उनसे कह दिया गया कि जो धान वे बेचने को लाए हैं उसमें म्याइश्चर यानी आर्द्रता की मात्रा काफी अधिक है। सूत्र बताते हैं कि झारखंड सरकार से 2000 का भाव तय हुआ था। पर यह फसल जब तक झारखंड पहुंचती, उसके पहले ही बिचैलियों ने इसका वारा-न्यारा कर दिया, सूत्र बताते हैं कि व्यापारियों ने 3 हजार के भाव पर इसे हासिल कर लिया, भाजपा शासित झारखंड भी मुंह ताकता रह गया और सरकार के अंदाज और आगाज की पोल भी खुल गई। |
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