सुप्रीम कोर्ट के जजों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ सकती है |
July 17 2022 |
बेहद विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि संसद के इस मानसून सत्र जो 18 जुलाई से आहूत है, केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के जजों की सेवा निवृत्ति आयु बढ़ाने का प्रस्ताव ला सकती है। अभी तक की परंपराओं के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के जज अपने 65वें जन्मदिन पर रिटायर होते हैं, सरकार इनकी रिटायरमेंट की उम्र दो साल आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है यानी अब जज महोदय 65 के बजाए 67 की उम्र में रिटायर होंगे। सनद रहे कि देश के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना ने अप्रैल माह में आयोजित एक वेबिनार में रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने की पैरवी की थी। चीफ जस्टिस रमन्ना अगले माह 16 अगस्त को रिटायर होने वाले हैं। कई राज्यों के लॉ-कमीशन ने भी जजों की रिटायरमेंट की उम्र 65 से बढ़ा कर 67 करने की वकालत की है। अभी तक तो यही तय है कि जस्टिस रमन्ना की जगह जस्टिस यूयू ललित ले सकते हैं, जिन्हें बस 8 नवंबर तक अपने पद पर बने रहना है। उनके बाद जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की बारी आएगी जो 2 वर्षों के लिए चीफ जस्टिस रहेंगे। जस्टिस ललित का वो हालिया बयान काफी चर्चित हुआ जब उन्होंने कोर्ट के वर्किंग ऑवर को बढ़ाने की पैरवी करते हुए कहा था कि ’अगर हमारे बच्चे सुबह 7 बजे स्कूल जा सकते हैं तो हम जज और वकील 9 बजे कोर्ट क्यों नहीं जा सकते?’ अगर संसद में सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट उम्र दो वर्ष आगे बढ़ाने का प्रस्ताव पारित हो जाता है तो जस्टिस ललित दो और वर्षों के लिए देष के चीफ जस्टिस बने रह सकते हैं यानी वैसी सूरत में जस्टिस चंद्रचूड़ को अपनी बारी के लिए दो वर्ष और इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसी सुगबुगाहटों ने देश के हाई कोर्ट के जजों के मन में भी आशा की नई ज्योति का संचार कर दिया है जो महज़ 62 वर्ष की उम्र में ही रिटायर हो जाते हैं। |
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