विपक्षी एका का सिरमौर कौन? |
July 12 2022 |
विपक्षी एका का घोशित सिरमौर बनने की लड़ाई में सोनिया और ममता के बीच जबर्दस्त घमासान छिड़ा था, जिसमें जाहिरा तौर पर सोनिया ने ममता को धोबिया पाट दे दिया है। राष्ट्रपति चुनाव के बहाने ममता बनर्जी पिछले काफी समय से भाजपा विरोधी दलों को एक मंच पर लाने में जुटी थीं, इस बहाने दीदी राष्ट्रीय राजनीति में अपनी एंट्री भी चाहती थीं। ममता ने पहली मीटिंग बुलाई उसमें 17 विरोधी दलों का जमावड़ा जुटा, दूसरी मीटिंग शरद पवार ने बुलाई, पर इस मीटिंग को आहूत करने वाले पवार के पत्र में ममता द्वारा बुलाई गई पहली मीटिंग का जिक्र तक नहीं था, इस बात से ममता बेतरह आहत हुईं। दीदी की नाराज़गी इस कदर थी कि विपक्षी एका की टीम यशवंत के लिए एक एजेंट भी तय नहीं कर पाईं। इस काम को पर्दे के पीछे से अंजाम दिया सुधीन्द्र कुलकर्णी ने, इससे यशवंत की संभावनाओं को और भी ग्रहण लग गए। राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर विपक्षी दलों ने जरूर एक अभियान समिति गठित की पर विडंबना देखिए कि इसमें तृणमूल कांग्रेस का कोई भी सदस्य शामिल नहीं था, जबकि कांग्रेस के जयराम रमेश, केके शास्त्री और अडवानी के पूर्व सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी इस अभियान समिति में लिए गए थे। सोनिया ने बड़ी चतुराई से ममता को बंगाल तक ही सीमित कर दिया है, जो कहीं न कहीं इस बात का ऐलान भी है कि विपक्षी एका की सबसे बड़ी सिरमौर फिलहाल तो सोनिया ही हैं। |
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