राहुल को सहयोगियों की नसीहत |
December 26 2022 |
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने जब महाराष्ट्र में प्रवेश किया था तो महाअघाड़ी सरकार में उनके गठबंधन साथी रहे आदित्य ठाकरे उनके स्वागत के लिए खड़े थे, बातों ही बातों में आदित्य ने राहुल से कह दिया कि ’हमारे प्रांत में आपका स्वागत है, फिर भी मैं कहूंगा कि इस वक्त आपकी यात्रा महाराष्ट्र के बजाए गुजरात में होनी चाहिए थी।’ राहुल ने किंचित भोलेपन से जवाब देते हुए कहा-’मेरी यह यात्रा न तो राजनीतिक है और न ही राजनैतिक लाभ के लिए है।’ इसके बाद शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले इस यात्रा में शामिल हुईं, सुप्रिया ने भी दो टूक राहुल से पूछ लिया कि ’आपकी यात्रा 17 दिन केरल में रही जबकि यूपी में आप मात्र 3 दिन लगा रहे हैं?’ राहुल ने सुप्रिया को भी ज्ञान की वही घुट्टी पिला दी जैसा उन्होंने आदित्य के साथ किया था। जब इस बात की भनक जयराम रमेश को लगी तो उन्होंने आदित्य से फोन कर कहा-’आपको राहुल जी से ऐसे नहीं बोलना चाहिए था।’ बदले में आदित्य ने दो टूक कह दिया-’जो मुझे सही लगा, मैंने वही कहा।’ फिर आदित्य ने इस बात का जिक्र अपने पिता उद्धव ठाकरे से किया, उद्धव ने उन्हें समझाया कि जब तक कांग्रेस पार्टी में अहमद पटेल थे, वे हर मुद्दे को बेहद समझदारी से ‘हेंडल’ करते थे, जयराम रमेश में उतनी राजनीतिक परिपक्वता नहीं।’ फिर यह बात, आई गई हो गई। |
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