योगी को कौन कमजोर करना चाहता है? |
January 03 2022 |
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक प्रशासक के तौर पर कठोर और त्वरित निर्णय के अलावा अपने ठाकुर प्रेम के लिए भी जाने जाते हैं। यह भी एक सर्वविदित सत्य है कि उनके और पार्टी महासचिव सुनील बंसल के दरम्यान एक खुली जंग छिड़ी हुई है। योगी को इस बात का बखूबी इल्म है कि बंसल को उनके खिलाफ हवा कौन दे रहा है? सो, जैसे ही बंसल के नेतृत्व में पार्टी ने एक अहम निर्णय लिया कि ठाकुर विधायकों के खिलाफ जनता में असंतोष को देखते हुए इस बार महज़ 30-32 ठाकुर प्रत्याषी ही मैदान में उतारे जाएंगे तो योगी का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा, उन्होंने अपने भरोसेमंद ठाकुर विधायकों की एक गुप्त बैठक बुला कर बंसल के इरादों से पर्दा हटाया और नई रणनीति बुनने की बात कही। जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने थोकभाव में ठाकुर उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे, जिसमें से 56 ठाकुर विधायक निर्वाचित हुए थे, योगी ने इनमें से 6 को मंत्री भी बनाया। योगी वफादारों का मानना है कि ठाकुरों के टिकट काट कर पार्टी का एक वर्ग 2022 में योगी के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को कमजोर करना चाहता है, पर योगी ऐसा होने नहीं देंगे। |
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