भाजपा का ’सेफ प्ले’ |
April 28 2023 |
कर्नाटक के मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुत ’सेफ प्ले’ कर रही है। कहां तो पहले तय था कि गुजरात के फार्मूले पर कर्नाटक के भी मौजूदा 40 फीसदी भगवा विधायकों के टिकट काट दिए जाएंगे। लेकिन भाजपा विधायकों के बागी तेवरों को देखते हुए पार्टी को ’बैकफुट’ पर आना पड़ा। मात्र 19 विधायकों के टिकट काटे गए, इनमें से भी आधे दर्जन विधायकों के परिवार वालों व करीबी नाते रिश्तेदारों को टिकट देकर इन्हें शांत रखने की पहल हुई। कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों ने भाजपा ज्वॉइन की थी उनमें से तो 11 विधायकों को पहली लिस्ट में ही टिकट दे दी गई। राज्य सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज़ चल रहे रमेश जरकिहोली की वजह से भाजपा को विधान परिषद चुनाव में काफी नुकसान उठाना पड़ा था, इस बार टिकट वितरण में उनकी पूरी सुनी गई। कांग्रेस से भाजपा में आए जरकिहोली का बेलगामी क्षेत्र में काफी असर है। न सिर्फ जरकिहोली परिवार में टिकट बंटे बल्कि उनके कहने पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी का टिकट भी काट दिया गया जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। येदुरप्पा ने अपने खास 30 लोगों की एक सूची हाईकमान को सौंपी थी जिसमें से ज्यादातर लोगों को टिकट दे दी गई। येदुरप्पा के बेटे को उनके पारंपरिक शिकारीपुरा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। जनार्दन रेड्डी ने भले ही अलग पार्टी बना ली हो पर रेड्डी बंधुओं के बेल्लारी में असर को देखते हुए सोम शेखर रेड्डी और बी श्रीरामल्लू को भाजपा ने टिकट दिया है। शिवमोगा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी कर्नाटक में येदुरप्पा के कहने से ही टिकट बंटे हैं। |
Feedback |