क्यों रिटायर होना चाहते हैं पीएम के सबसे भरोसेमंद अफसर पीके? |
March 06 2017 |
नौकरशाही के व्योम में धूमकेतु से चमकने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आंख-नाक-कान माने जाने वाले गुजरात कैडर के 1972 बैच के आईएएस अफसर पी के मिश्रा अब अपने पद से रिटायर होना चाहते हैं। विश्वस्त सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि अभी चंद रोज पूर्व मिश्रा ने प्रधानमंत्री से मिल कर अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद मुक्त होने की इच्छा जताई है। समझा जाता है कि मिश्रा के इस आग्रह से स्वयं प्रधानमंत्री भी एक पल को भौच्चक रह गए। क्योंकि यह मिश्रा ही हैं जो मोदी के गुजरात के अभ्युदय काल से उनके सबसे भरोसेमंद अफसरों में शुमार होते हैं, उन्होंने लगभग 13 वर्ष तक गुजरात में मोदी के साथ काम किया है, मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में मिश्रा उनके प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं। उनके बारे में माना जाता है कि वे भी पीएम मोदी की तरह न सिर्फ धुन के पक्के हैं बल्कि उतने ही बड़े ’वर्कोहोलिक’ (काम के मद में चूर) हैं, मिश्रा को आज भी सुबह 9 बजे से रात के ग्यारह बजे तक पीएमओ में काम करते हुए देखा जा सकता है। एक आम भ्रांति है कि पीएम के मुलाकातियों को उनके सचिव भास्कर खुल्बे समय देते हैं, पर अंदर की जानकारी है कि यह काम भी पीके द्वारा ही अंजाम दिया जाता है। अब पीके की बॉल मोदी के पाले में है, जो सियासत के सबसे माहिर खिलाड़ी हैं और बखूबी जानते हैं कि बॉल को गोल पोस्ट में डालने का सबसे माकूल वक्त कौन सा है। |
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